रघुनंदन समाधिया : प्रधान संपादक : मां भगवती टाइम्स
देवास। पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद के निर्देशन में देवास पुलिस द्वारा 360-डिग्री पुलिसिंग के अंतर्गत माह-नवम्बर 2025 मे अलग-अलग आयामों में निम्नांकित कार्यवाही की गई-*
*“ऑपरेशन प्रहार”*
जुआ-सट्टा-अवैध शराब एवं मादक पदार्थों के संगठित गिरोह पर अंकुश लगाने हेतु जारी ज़िला पुलिस के इस अभियान के अंतर्गत नवम्बर माह में 01 स्थानों पर दबिश देकर कुल 3.48 ग्राम MDMA क़ीमती 17,400 रुपये जप्त किया गया एवं 01 आरोपी को गिरफ़्तार किया गया है । 01 के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर कुल 50 हजार की राशि से फाइनल बॉण्ड ओवर करवाया गया है ।
*अवैध शराब* के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कुल 272 प्रकरणों में 280 आरोपियों को गिरफ्तार कर कुल 8144 लीटर शराब कीमती 71,17,490 रूपये जप्त की गई है,अवैध शराब के आदतन अपराधियों पर 360 डिग्री प्रहार करते हुवे 05 अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध ज़िला बदर की कार्यवाही प्रस्तावित की गई है, 01 को सतत पुलिस निगरानी में रखने हेतु उनकी हिस्ट्रीशीट प्रारंभ की गई है, 23 के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर कुल 17,30,000/- राशि से फाइनल बॉण्ड ओवर करवाया गया है ।
*अवैध शस्त्र* के विरूद्ध शिकंजा कसते हुए 12 प्रकरणों में 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर 02 अवैध शस्त्र (फायर आर्म्स) एवं 10 धारदार हथियार जप्त कर कार्यवाही की गई है । अवैध शस्त्र के आदतन अपराधियों पर 360 डिग्री प्रहार करते हुवे 02 अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध ज़िला बदर की कार्यवाही प्रस्तावित की गई है, 01 को सतत पुलिस निगरानी में रखने हेतु उनकी हिस्ट्रीशीट प्रारंभ की गई है, 01 के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर कुल 50 हजार की राशि से फाइनल बॉण्ड ओवर करवाया गया है ।
*अवैध जुआ* के विरुद्ध कार्यवाही करते हुवे कुल 06 प्रकरण में 26 आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही कर 14,395 की राशि जप्त की गई है ।अवैध जुआ के आदतन अपराधियों पर 360 डिग्री प्रहार करते हुवे 01 अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध ज़िला बदर की कार्यवाही प्रस्तावित की गई है, 08 के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर कुल 4,50,000/- की राशि से फाइनल बॉण्ड ओवर करवाया गया है ।
*अवैध सट्टा* के विरुद्ध कार्यवाही करते हुवे कुल 23 प्रकरण में 37 आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही कर 30,860 की राशि जप्त की गई है । 02 के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर कुल 1,00,000/- राशि से फाइनल बॉण्ड ओवर करवाया गया है ।
*“ऑपरेशन हवालात”*
लंबे समय से पुलिस गिरफ़्त से दूर चल रहे वारंटियों की आसूचना संकलन एवं तकनीकी साक्ष्यों की मदद से धर-पकड़ हेतु जारी ज़िला पुलिस के उक्त अभियान अंतर्गत माह नवम्बर 2025 में 12,000 रूपये के ईनामी 23 वारंटियो को पकड़कर जेल भेजा गया है ।
*“ऑपरेशन मुस्कान”*
लंबे समय से गुम चल रहे नाबालिग बालक/बालिकाओं को ढूँढ कर परिजनों के चेहरे पर मुस्कान लौटने हेतु जारी इस अभियान के अंतर्गत ज़िला पुलिस द्वारा कुल 24 बालक/बालिकाओं का दीगर प्रांत जैसे महाराष्ट्र,गुजरात,राजस्थान सहित प्रदेश के अन्य जिलों से पता लगाकर उन्हें पुनः अपने परिजनों को सकुशल सुपुर्द किया है ।
*“ऑपरेशन पवित्र”*
इस अभियान के तहत ज़िला पुलिस द्वारा आदतन अपराधियों पर नकेल कसने हेतु उन्हें दोबारा अपराध घटित करने से रोकने हेतु , उन्हें सीधे रास्ते पर चलने की सख़्त हिदायत देते हुवे आम जनता में उनके प्रभुत्व को तोड़ने हेतु बीएनएसएस के प्रावधानों के तहत फाइनल बॉण्ड ओवर करवाने हेतु कार्यपालक मजिस्ट्रेट न्यायालय से समन्वय स्थापित किया जा रहा है । इस अभियान के तहत माह नवम्बर में कुल 372 अनावेदकों के विरूद्ध धारा BNSS के प्रतिबंधात्मक प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जाकर लगभग ₹ 2,20,60,000/- की राशि से फाइनल बाउण्ड ओवर करवाया गया है ।
बॉण्ड अवधि में दोबारा अपराध घटित कर बॉण्ड शर्तों का उल्लंघन करने पर बॉण्ड राशि जप्त करने हेतु कुल 23 अपराधियों के विरुद्ध 141 बीएनएसएस के अंतर्गत कार्यवाही प्रस्तावित की गई है । माह नवम्बर में जिले में कुल 04 प्रकरणों में 141 बीएनएसएस के माननीय न्यायालय से निर्णय प्राप्त किए गए,जिसमें कुल ₹ 5,000/- की राशि वसूली गई,वही बाउंड राशि नही भरने पर 03 आरोपियों को जेल भेजा गया ।
आदतन अपराधियों पर 360-डिग्री प्रहार हेतु माह नवम्बर 2025 में “ऑपरेशन पवित्र” के अन्तर्गत कुल 06 अनावेदकों के विरुद्ध जिलाबदर प्रकरण प्रस्तुत किये गये है ।
ऑपरेशन पवित्र के अन्तर्गत ज़िलाबदर किए गए अपराधियों के मूवमेंट पर भी पैनी नज़र रखी जा रही है तथा ज़िला बदर आदेश का उल्लंघन कर देवास ज़िले की सीमा में प्रवेश करते ही उन्हें गिरफ़्तार कर जेल भेजा जा रहा है ।
“ऑपरेशन सायबर”
ज़िलेवासियों को साइबर अपराधों के दुश्चक्र से निजात दिलाने हेतु प्रत्येक थाने पर दो-दो “साइबर मित्र” प्रशिक्षित कर पदस्थापित किए गए हैं,प्रतिदिन पुलिस चौपाल के माध्यम से साइबर फ्रॉड से बचाव एवं फ्रॉड हो जाने पर तत्काल डायल 100/1930 पर कॉल करने हेतु जनता को जागरूक किया जा रहा है । इस अभियान के अंतर्गत माह नवम्बर में कुल 125 साइबर फ्रॉड शिकायतें प्राप्त हुई है,जिनमे कुल 71 शिकायतों में ज़िला पुलिस द्वारा राशि होल्ड करवाई जाकर कुल 57% सफलता हासिल की है । थानों पर पदस्थ साइबर मित्रों ने ज़िला साइबर सेल के समन्वय से त्वरित कार्यवाही कर कुल 12,30,765/-रूपये की ठगी गई राशि पुनःपीड़ितों के खाते में लौटाई गई है एवं विभिन्न शिकायतों में लगभग 12,09,685/- रूपये की राशि को होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की है जिसे जल्द ही न्यायालयीन आदेश प्राप्त कर पीड़ितों के खातों में लौटाया जाएगा ।
*“ऑपरेशन बेल टु जेल”*
गंभीर अपराधों में माननीय न्यायालय से शर्तों के अधीन जमानत पर रिहा होने वाले अपराधियों द्वारा दोबारा अपराध घटित कर जमानत शर्तों का उल्लंघन करने पर तत्काल जमानत निरस्तीकरण की कार्यवाही प्रस्तावित करते हुए दोबारा जेल भेजने हेतु इस अभियान की शुरुआत ज़िला पुलिस द्वारा की गई है । जिसके अंतर्गत थाना कोतवाली के 01 एवं थाना सोनकच्छ के 01 कुल 02 आरोपियो द्वारा पुनः अपराध कारित करने पर उनकी जमानत निरस्त करवाकर वापस जेल भेजा गया है । नवम्बर माह में ऐसे क़रीब 05 कुख्यात अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध जमानत निरस्तीकरण की कार्यवाही संस्थित की जा चुकी है ।
*“ऑपरेशन त्रिनेत्रम”*
ज़िले में अपराधों की रोकथाम एवं अपराध घटित होने पर उनके त्वरित डिटेक्शन हेतु अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरा स्थापित करवाने हेतु उक्त अभियान की शुरुआत की गई है । इस अभियान के अंतर्गत ज़िला पुलिस प्रतिदिन पुलिस चौपाल के माध्यम से आम जनता को अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरा लगाने हेतु प्रेरित कर रही है एवं कैमरा लगाने वाले लोगों को सम्मानित भी कर रही है । माह नवम्बर में उक्त अभियान के अंतर्गत संपूर्ण ज़िले में कुल *259 सीसीटीव्ही कैमरे* लगवाये जा चुके है ।
*“ऑपरेशन संकल्प”*
पुलिस विवेचना के स्तर को सुधार कर उसे पेशेवर एवं वैज्ञानिक बनाने तथा उत्कृष्ट विवेचना के द्वारा अपराधियों को न्यायालय से दंडित करवाने हेतु ज़िला पुलिस के द्वारा उक्त अभियान की शुरुआत की गई है । जिसके अंतर्गत माह नवम्बर में हत्या के 01,बलात्संग के 06,छेड़खानी के 04 एवं मादक पदार्थ के 01 प्रकरणों में न्यायालय से कठोर दण्ड दिलवाकर पीड़ितों को न्याय दिलवाया गया हैं । उत्कृष्ट विवेचना द्वारा न्यायालय से दंडित करवाने पर स्वयं पुलिस कप्तान के द्वारा विवेचक सहित अभियोजक,कोर्ट मोहर्रिर,कोर्ट/वारंट मुंशी को तत्काल पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन भी किया जा रहा है ।
*“पुलिस चौपाल”*
पुलिसिंग को जनता के द्वार तक ले जाने हेतु,जन समस्याओं को स्थानीय गली-मोहल्लों-वार्ड-गाँव-कस्बों में स्वयं पहुँचकर जानने एवं त्वरित निराकरण हेतु ज़िला पुलिस द्वारा संपूर्ण ज़िले में प्रतिदिन पुलिस चौपाल का आयोजन प्रारंभ किया गया है । माह नवम्बर में इस अभियान के तहत कुल *79 चौपाल* लगाई जाकर कुल *3406 आमजनों* से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित किया गया है ।
*“प्रभावी ज़िला गश्त व्यवस्था”*
ज़िला पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को पुख़्ता बनाने हेतु रात्रि ज़िला गश्त व्यवस्था को प्रभावी बनाया गया है । एसडीओपी स्तर के अधिकारी प्रतिदिन रात्रि गश्त हेतु संपूर्ण ज़िले के प्रभारी के रूप में मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं , प्रत्येक अनुभाग में निरीक्षक स्तर के अधिकारी को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है । इसी प्रकार प्रभात गश्त के दौरान भी प्रत्येक अनुभाग में निरीक्षक स्तर के अधिकारी को नियुक्त किया गया है ।
*“प्रभावी जन सुनवाई”*
प्रत्येक मंगलवार को ज़िला मुख्यालय पर आयोजित होने वाली जन-सुनवाई को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु अब ज़िले के सभी एडिशनल एसपी एवं एसडीओपी स्वयं पुलिस अधीक्षक के साथ प्रत्येक जन सुनवाई में ज़िला कंट्रोल रूम में उपस्थित होकर प्रत्यक्ष में जन सुनवाई कर रहे हैं । जन सुनवाई को समयबद्ध बनाने हेतु प्रत्येक शिकायत का 7 दिवस में निराकरण करने पर बल दिया जा रहा है एवं अगली जन सुनवाई के समय पूर्व जन-सुनवाई की शिकायतों की समीक्षा भी वरिष्ठ स्तर पर की जा रही है ।
*“सम्पत्ति संबंधी अपराधों में कार्यवाही”*
चोरी लूट डकैती नकबजनी से ज़िलेवासियों को राहत प्रदान करने हेतु संपत्ति संबंधी अपराधों की रोकथाम और डिटेक्शन पर ज़िला पुलिस द्वारा समानांतर रूप से कार्य किया जा रहा है । माह नवम्बर में कुल 48 अपराधों में अज्ञात आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ़्तार करते हुवे लगभग ₹ 9,09,800/- की चोरी गई संपत्ति बरामद की गई है एवं 13 शातिर चोर/लुटेरों को गिरफ़्तार कर जेल भेजा गया है ।
*“जेल रिहाई मॉनिटरिंग व्यवस्था”*
अक्सर आदतन अपराधी जेल से रिहा होते ही पुनः अपराध घटित करते हैं जिसकी रोकथाम हेतु ज़िला पुलिस द्वारा जेल रिहाई मॉनिटरिंग व्यवस्था लागू की गई है । इसके अंतर्गत प्रतिदिन जेल से रिहा होने वाले बदमाशों पर पुलिस की पैनी नज़र सुनिश्चित की जा रही है । रिहाई के तत्काल बाद उनके विस्तृत डोसियर भरे जाकर उन्हें दोबारा अपराध घटित नहीं करने की सख़्त हिदायत दी जा रही है एवं चिन्हित अपराधियों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही भी की जा रही है । माह नवम्बर में 269 अपराधियों की जेल से रिहाई हुई है जिनके विस्तृत डोसियर ज़िला पुलिस द्वारा बनाये गये हैं ।
*“अवैध गौवंश संबंधी गतिविधियों पर अंकुश”*
देवास पुलिस द्वारा अवैध रूप से गौवंश का परिवहन करने , गौ-मांस का संग्रहण-परिवहन करने एवं अवैध गौवध में संलग्न आरोपियों के विरुद्ध विशेष अभियान के तहत कार्यवाही लगातार की जा रही है ।
उक्त अनुक्रम में माह नवम्बर में 01 प्रकरण दर्ज किए जाकर 04 गौवंश को मुक्त कराया गया है, 02 आरोपियों को गिरफ़्तार कर जेल भेजा गया है एवं ₹ 5,00,000/- राशि के 01 वाहन को जप्त किया जाकर राजसात की कार्यवाही प्रस्तावित की गई है ।
गौवंश संबंधी आदतन अपराधियों पर 360-डिग्री प्रहार करते हुवे ज़िला पुलिस द्वारा माह नवम्बर में 01 आरोपी के विरुद्ध ज़िला बदर की कार्यवाही प्रस्तावित की गई है ।
*पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद ने उक्त उल्लेखनीय कार्यो के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री जयवीर सिंह भदौरिया,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमती सौम्या जैन,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक श्री हरिनारायण बाथम के कुशल नेतृत्व एवं समस्त एसडीपीओ-थाना प्रभारीगणों की मेहनत तथा जिले के समस्त पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों के अथक परिश्रम की सराहना करते हुए आगामी दिनों में भी इसी लगन के साथ कार्यरत रहने हेतु शुभकामनायें प्रेषित की है।*

0 Comments