पंडित रघुनंदन समाधिया प्रधान संपादक मां भगवती टाइम्स
शिवसेना का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा कलेक्ट्रेट, आवेदन देकर की शिकायत, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
देवास। तोल कांटे का सत्यापन करने वाले ठेकेदारों द्वारा बिलों में गड़बड़ी कर नियमों के विरूद्ध शुल्क लेकर सत्यापन करने की शिकायत शिवसेना ने कलेक्टर को आवेदन देकर की। शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने बताया कि बागली तहसील अंतर्गत आने वाले करनावद, हाटपीपल्या व ग्रामीण क्षेत्रों में नापतोल विभाग द्वारा क्षेत्र के समस्त तोलकाँटों का सत्यापन किया जा रहा है, जिसमे सत्यापन करने वाले ठेकेदार (संस्था) के द्वारा तोलकाँटों में सत्यापन करते समय दुकान संचालक से नियम अनुसार जो 200 रूपए लिए जाते है।
तोलकाँटों में अगर किसी प्रकार का सुधार किया जाता है तो उसमे अलग से शुल्क लिया जाता है, लेकिन ठेकेदारों द्वारा नियमो को ताक पर रख कर बिना किसी सुधार कार्य के उनसे तीन गुना शुल्क लेकर उन्हें बिल दिए जाते है। जिसमे स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है जो सुधर कार्य किया गया है। तोलकाँटों में जो भी सामग्री डाली जाती है उसकी जानकारी उसी के एक कोष्टक में डाली जाती है लेकिन इन सभी बिलों में जगह खाली है। जिलाध्यक्ष वर्मा ने जब इस संबंध में दूकान संचालक से बिल व जानकारी ली तो दुकानदार ने बताया कि उनके तोलकाँटों में सत्यापन हुआ है।
लेकिन किसी भी प्रकार की कोई खराबी कांटे में नहीं थी उसके बावजूद शुल्क लिया गया है, जबकि ऑनलाइन नापतोल की वेबसाइट से 200 रूपए का शुल्क की रसीद भी मिली है। शिवसेना समय-समय पर नापतोल विभाग द्वारा बरती जा रही लापरवाही की शिकायत कलेक्टर से करता रहता है। विगत दिनों नापतोल विभाग के जिला मुख्यालय कार्यालय पर ताला लगा होने की शिकायत भी की थी, उसके पश्चात कलेक्टर ने जाँच कर कार्यवाही के आदेश भी दिए थे।
शिवसेना ने आरोप लगाते हुए मांग की है कि नापतोल विभाग निरीक्षक संतोष बाके के निर्देश पर ठेकेदारों द्वारा दुकान संचालक व क्षेत्र के तोलकोटा व्यापारियों के साथ लाखों रुपये का शुल्क वसूला जा है, जिसकी न्यायिक जांच कराई जाए और दोषियों पर कार्यवाही कर उनके लाइसेंस निरस्त किए जाए।
इस दौरान शिवसेना ग्रामीण जिलाध्यक्ष ठा. श्रवण सिंह दरबार, युवा सेना जिलाध्यक्ष तरूण देशमुख, शहर अध्यक्ष नितिन पटेल, बांगर जनपद प्रतिनिधि विरेन्द्र चौधरी, शिवसेना नेता पं. दशरथ जाट, जितेन्द्र गौड़ आदि उपस्थित थे।
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