जल गंगा सवंर्धन अभियान जन-जन के जीवन से जुड़ा महत्वपूर्ण अभियान – विधायक श्री चौधरी,जल गंगा सवंर्धन अभियान का समापन कार्यक्रम जिला पंचायत में हुआ आयोजित जिले में अभियान में नये तालाब बने, पुराने तालाबों, बावड़ियों तथा कुँओं का जीर्णोद्धार किया गया,जिले में सभी विकासखण्‍डों में आयोजित हुआ जल गंगा सवंर्धन अभियान का समापन कार्यक्रम,अभियान में अच्‍छा कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी को प्रमाण-पत्र देकर किया सम्‍मानित

रघुनंदन समाधिया : प्रधान संपादक : मां भगवती टाइम्स                                                           

देवास/ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार प्रदेश में तीन माह तक जल गंगा सवंर्धन अभियान चलाया गया। अभियान का शुभारम्‍भ 30 मार्च को हुआ जो कि 30 जून तक चला। अभियान के तहत प्रदेश सहित जिले में जल संरक्षण एवं सवंर्धन के लिए विभिन्‍न कार्य किये गये। 

देवास में जल गंगा सवंर्धन अभियान का समापन कार्यक्रम जिला पंचायत कार्यालय में हाटपीपल्‍या विधायक श्री मनोज चौधरी एवं जिला पंचायत अध्‍यक्ष श्रीमती लीला अटारिया की उपस्थिति में हुआ। समापन कार्यक्रम में सीईओ जिला पंचायत सुश्री ज्‍योति शर्मा, श्री भैरूलाल अटारिया, जनपद सदस्‍य, सीईओ जनपद देवास सहित अन्‍य अधिकारी उपस्थित थे। देवास जिले में सभी विकासखण्‍डों में भी जल गंगा सवंर्धन अभियान का समापन कार्यक्रम आयोजित हुए। इस दौरान अभियान में अच्‍छा कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी को प्रमाण-पत्र देकर सम्‍मानित किया गया।

विधायक श्री मनोज चौधरी ने कहा कि जिले में जल गंगा सवंर्धन अभियान बडे उत्‍साह के साथ चलाया गया। अभियान के संचालन के लिए सभी को बधाई। अभियान में जल संरक्षण एवं सवंर्धन के तहत जिले में बहुत से काम किये गये। जल गंगा सवंर्धन अभियान जन-जन के जीवन से जुड़ा महत्वपूर्ण अभियान है। अभियान को सफल बनाने के लिए सभी की भागीदारी आवश्‍यक है।


उल्‍लेखनीय है कि देवास जिले में तीन माह तक जल गंगा संवर्धन अभियान सतत चलाया गया। अभियान के अंतर्गत नये तालाब बनाये गये, तालाबों का गहरीकरण‍ किया गया, तालाबों से अतिक्रमण हटाया गया। अभियान में बलराम तालाब, खेत तालाब, अमृत सरोवर बनाये गये, डग वेल रिचार्ज कार्य, पुराने तालाबों, बावड़ियों और कुँओं का जीर्णोद्धार, पौधारोपण कार्य किया गया। नदियों को साफ-स्वच्छ एवं जल एकत्रित करने के लिए कार्य किए गये। अभियान के तहत ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व वाले तालाबों, जल स्रोतों में जल संरक्षण के कार्य किये गये। नदी-नालों एवं तालाबों की साफ-सफाई की गई। इसके साथ ही कुएं,बावड़ियों से गाद निकालने का भी कार्य किया गया। जनभागीदारी से रूफ हॉर्वेस्टिंग सिस्टम लगाए गये।


     जल गंगा सवंर्धन अभियान के तहत क्षिप्रा शुद्धिकरण के लिए दो माह का विशेष अभियान चलाया गया। क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में जिले के अलग-अलग ग्रामों में प्रतिदिन शासकीय विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों एवं स्‍थानीय ग्रामीणों द्वारा सहभागिता कर श्रमदान किया गया। जिसमें शासकीय विभागों एवं स्‍थानीय ग्रामीणों द्वारा में श्रमदान कर क्षिप्रा से सैड़कों टन गाद निकाली है। अभियान में क्षिप्रा नदी के आसपास के 22 ग्रामों में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए मुहिम चलाकर लगभग 41 हैक्‍टेयर भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। क्षिप्रा नदी के आसपास से अतिक्रमण मुक्‍त कराई गई भूमि पर जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पौधारोपण किया जायेगा। जिससे क्षिप्रा स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त होगी।

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