दिनांक- 11. 02.2025 की देवास जिला पुलिस प्रशासन की विभिन्न अभियानों के तहत प्रभावी एवम सराहनीय कार्यवाहियां

पंडित रघुनंदन समाधियां प्रधान संपादक मां भगवती टाइम्स 

 दिनांक 11.02.2025*

*आपराधिक इतिहास रखने वाला 02 अनावेदकगण को देवास पुलिस ने करवाया ₹ 02 लाख रुपये की राशि से बाउण्ड ओवर*

                *आदतन अपराधियों पर अंकुश लगाने हेतु जारी “ऑपरेशन पवित्र” के तहत की गई प्रभावी कार्यवाही,दोबारा अपराध करने पर जमा करना होगी बाउण्ड राशि या जाना होगा जेल*

                   पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा ज़िले में *360-पुलिसिंग* के अंतर्गत *"ऑपरेशन पवित्र"* की शुरुआत की गई है, जिसके तहत आसामाजिक तत्वों एवं आदतन अपराधियों को शांति कायम रखने हेतु अधिक से अधिक राशि से बीएनएसएस के प्रावधानों के तहत बाउंड ओवर किया जा रहा है एवं बाउंड ओवर अवधि में पुनःशांति भंग करने पर धारा 141 बीएनएसएस के तहत प्रभावी कार्रवाई करते हुए आदतन बदमाशों से बाउण्ड राशि भरवाई जा रही है अथवा राशि ना भरने पर उन्हें जेल भेजा जा रहा है ।

                    इसी तारतम्य मे थाना कोतवाली पुलिस द्वारा आपराधिक इतिहास रखने वाले अनावेदकगण 01.दिलीप पिता रंजीत मालवीय उम्र 42 साल निवासी खारी बावडी देवास 02. रुप सिंह उर्फ घटिय़ा पिता रंजीत मालवीय उम्र 45 साल निवासी खारी बावडी देवास को 06 माह की अवधि के लिये 02 लाख रुपये की राशि से फाइनल बाउण्ड ओवर करवाया गया ।  

                   थाना प्रभारी कोतवाली श्री अजय सिंह गुर्जर के द्वारा बताया गया कि अनावेदकगणों द्वारा आए दिन आमजन के साथ मारपीट कर लड़ाई-झगड़ा कर अशांति फैलाई जा रही थी जिसके चलते इनके विरूद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर बीएनएसएस प्रावधानों के तहत फाइनल बाउण्ड ओवर आदेश कार्यपालक मजिस्ट्रेट न्यायालय से प्राप्त किए गए हैं ।

                         पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद ने बताया कि *"ऑपरेशन पवित्र"* का उद्देश्य जिले में जन सामान्य को आदतन अपराधियों से भय मुक्त रखना है । इसके तहत आपराधिक इतिहास वाले ऐसे बदमाशों को चिन्हित कर शांति क़ायम रखने हेतु बाउण्ड भरवाया जा रहा है जिनके चलते आम जन में भय बना रहता है और जिनके विरुद्ध जनता शिकायत करने से भी परहेज़ करती है । उक्त बदमाशों को चिन्हित कर फाइनल बाउण्ड ओवर करवाते हुवे सीधे राह चलने की सख़्त हिदायत दी जाती है एवं बाउण्ड की शर्तों का उल्लंघन करने पर त्वरित कार्यवाही करते हुवे उनसे बाउण्ड की बड़ी धनराशि वसूली जाती है या उन्हें जेल भेजा दिया जाता है ।

                    *पुलिस कप्तान के अनुसार “ऑपरेशन पवित्र” के चलते जहां एक तरफ़ आदतन अपराधियों द्वारा घटित अपराधों की संख्या लगातार घटेगी वहीं दूसरी तरफ़ ज़िले में कुल अपराधों में भी कमी आयेगी और ज़िले में शांति व्यवस्था स्थापित होकर आम जनता को आदतन बदमाशों के भय से मुक्ति मिलेगी* ।

                       *उल्लेखनीय है कि 1 नवम्‍बर 2024 से प्रारंभ "ऑपरेशन पवित्र" के तहत आज दिनांक तक कुल 1,420 अनावेदकों के विरुद्ध बीएनएसएस प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जाकर कुल  ₹ 11,13,60,000 /- की राशि से फायनल बाउण्ड ओवर किया गया है* ।                                                


दिनांक: 11.02.2025*

*गश्त के दौरान कोतवाली पुलिस ने घर से भागे नाबालिग बालक-बालिका को पकड़ा*

*संक्षिप्त विवरणः*- पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा अवयस्क बच्चों के गुम होने के मामलों में विशेष अभियान *"ऑपरेशन मुस्कान"* चलाया गया है जिसके अंतर्गत गुम हुए बच्चों की तलाश की जा रही है। इस अभियान की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। इसके तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री जयवीर सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन मे नगर पुलिस अधीक्षक श्री दीशेष अग्रवाल के निर्देशन मे थाना प्रभारी कोतवाली श्री अजय गुर्जर के नेतृत्व मे अवयस्क बच्चों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने की कार्यवाही की जा रही है । दिनांक 10.02.2025 को रात्रि गश्त के दौरान गश्त चेकिंग अधिकारी कोतवाली उनि जुवान सिंह भूरिया एवं चीता 01,चीता 02,FRV 19 की टीम द्वारा बस स्टैंड पर चेकिंग की गई । दौराने चैकिंग एक संदिग्ध इको कार को रोका गया । पूछताछ करते कार मे झाबुआ निवासी नाबालिग बालिका एवं नाबालिग बालक गोविंद पिता अमरा हटीला उम्र 17 वर्ष निवासी राणापुर एवं उसके साथियों मिले जिन्होने बताया कि वे घर से भागकर शादी करने के इरादे से आए थे । जिसके संबंध मे थाना कोतवाली पुलिस द्वारा संबंधित थाने से मोबाइल के माध्यम से तस्दीक की गई जिसमें पुष्टि हुई कि उक्त बालिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना राणापुर जिला झाबुआ में दर्ज है । पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बालक,बालिका एवं उनके साथियों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से थाना कोतवाली लाकर सुरक्षित रखा एवं आवश्यक कार्यवाही की जा रही है ।

*सराहनीय कार्यः*- उक्त सराहनीय कार्य में उनि जुवान सिंह भूरिया एवं चीता 01,चीता 02,FRV 19 की टीम की सराहनीय भूमिका रही ।


 दिनांक: 11.02.2025*

*थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने मात्र 02 घंटे में गुम हुए नाबालिग बालक-बालिका को तलाश कर परिजनों को किया सुपुर्द*

*संक्षिप्त विवरणः*- पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा अवयस्क बच्चों के गुम होने के मामलों में विशेष अभियान "ऑपरेशन मुस्कान" चलाया गया है जिसके अंतर्गत गुम हुए बच्चों की तलाश की जा रही है। इस अभियान की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। इसके तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री जयवीर सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन मे नगर पुलिस अधीक्षक श्री दीशेष अग्रवाल के निर्देशन मे थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र श्री शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व मे अवयस्क बच्चों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने की कार्यवाही की जा रही है। दिनांक 10.02.2025 को शाम 19:30 बजे थाना औद्योगिक क्षेत्र पर एक 10 वर्षीय बालिका एवं 8 वर्षीय बालक के गुम होने की सूचना उनके माता-पिता द्वारा दर्ज कराई गई। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा बच्चों के माता-पिता के साथ शहर के प्रमुख स्थानों – मेला प्रांगण,बस स्टैंड,रेलवे स्टेशन और माता टेकरी पर व्यापक सर्च अभियान चलाया गया । तलाश के दौरान माता टेकरी पर दोनों बच्चे सकुशल घूमते हुए पाए गए। बच्चों को सकुशल थाना लाये वं उचित काउंसलिंग कर उनके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया ।

*सराहनीय योगदानः*- उक्त सराहनीय कार्य में उनि विजय सोनी,सर्जन सिंह मीणा, प्रआर सुरेश धाकड़,अर्जुन,आर लक्ष्मीकांत शर्मा,मआर प्रिया शर्मा की सराहनीय भूमिका रही 


दिनांक – 11.02.2025*

*“ऑपरेशन मुस्कान” के तहत देवास पुलिस की प्रभावी कार्यवाही* ।

*थाना कांटाफोड के द्वारा 22 दिवस मे अपहृत नाबालिग बालिका को 850 कि.मी.दूर जुनागढ़ गुजरात से सकुशल ढूंढकर परिजनो के चेहरों पर लौटाई मुस्कान* ।

         *“ऑपरेशन मुस्कान”* के तहत देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद के द्वारा समस्त थानो को लंबे समय से अपहृत नाबालिग बालक/बालिका को मिशन स्तर पर कर्तव्यरीन रहकर ढूढने हेतु निर्देशित किया है । इसी क्रम में थाना कांटाफोड के अपराध क्रमांक 21/2025 धारा 137(2) BNS की नाबालिग बालिका विगत 22 दिवस से लापता थी । जिस पर अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री हरनारायण बाथम के मार्गदर्शन मे अनुविभागीय अधिकारी(पुलिस) बागली सुश्री सृष्टि भार्गव के निर्देशन मे थाना प्रभारी कांटाफोड श्रीमती सुरेखा निम्बोदा के नेतृत्व मे पुलिस टीम लगातार मुखबिर सूचना एवं तकनीकी साक्ष्यो के आधार पर कर्तव्यरथ थी । पुलिस को अहम सूचना प्राप्त हुई कि उक्त नाबालिग बालिका को जुनागढ़ गुजरात में देखा गया है । जिस पर तत्काल पुलिस के द्वारा विशेष टीम को रवाना किया गया है। उक्त टीम के द्वारा नाबालिग बालिका को दिनांक 11.02.2025 को जुनागढ़ गुजरात से सकुशल ढूंढकर परिजनों के सुपुर्द किया गया।

             प्रकरण मे नाबालिग बालिका द्वारा दिये गये पुलिस कथन एवं माननीय न्यायालय के समक्ष बतलाये गये साक्ष्यो के आधार अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है ।     

           नाबालिग बालिका को बहला फुसलाकर परिजनों से दूर ले जाने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया ।

             *पुलिस कप्तान देवास श्री पुनीत गेहलोद के अनुसार इस वर्ष 2025 में देवास पुलिस द्वारा कुल 31 अपहृत नाबालिग बालक/बालिकाओं के अपराध पंजीबद्ध किये जाकर कुल 31 बालक/बालिकाओं को दस्तयाब किया गया* ।


दिनांक 11.02.2025*

*अब लौट रही साइबर फ्रॉड में गई धनराशि,देवास पुलिस द्वारा संचालित “ऑपरेशन सायबर” के तहत एक और सफलता*

*फ्रॉड होने के 04 घंटे के भीतर संपूर्ण फ्रॉड राशि 20,000/- रुपये होल्ड करवाए गए*।

देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद द्वारा 360-पुलिसिंग के अन्तर्गत ज़िलेवासियों को सायबर फ्रॉड से राहत प्रदान करने हेतु “ऑपरेशन सायबर” प्रारंभ किया है । इस अभियान के अंतर्गत सर्वप्रथम ज़िला स्तरीय सायबर सेल के माध्यम से प्रत्येक थाना पर पदस्थ दो-दो पुलिसकर्मियों को “सायबर-मित्र” के रूप में चिह्नित कर उन्हें सायबर फ्रॉड संबंधी मामलों में त्वरित कार्यवाही हेतु प्रशिक्षित किया गया है एवं ज़िला स्तरीय साइबर तंत्र गठित किया गया है । प्रत्येक थाना स्तर पर प्रतिदिन “पुलिस चौपाल” आयोजित कर पुलिस गाँव-मोहल्ला-क़स्बा-वॉर्ड में जनता को सायबर फ्रॉड से बचने के उपाय और सायबर फ्रॉड होने पर तत्काल 1930 या 100 नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कराने हेतु प्रेरित कर रही है ।

             इसी अनुक्रम में  10 फरवरी 2025 को आवेदक देवराज धनगर निवासी औद्योगिक क्षेत्र ने सायबर फ्रॉड के ज़रिए 20,000/- रुपये ठगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी । जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुवे थाना औद्योगिक क्षेत्र पर पदस्थ साइबर मित्र आर 361 नरेन्द्र द्वारा आवेदक से चर्चा कर फ्रॉड संबंधित जानकारी निर्धारित फॉर्मेट में प्राप्त की एवं ज़िला सायबर सेल को प्रेषित की जहां से उक्त जानकारी एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज की गई और सतत मॉनिटरिंग की गई*।

औद्योगिक क्षेत्र थाना सायबर मित्र और ज़िला स्तरीय सायबर सेल द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही के चलते आवेदक की फ्रॉड गई संपूर्ण राशि 20,000/- रुपये को होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की गई जिसे अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालयीन आदेश के द्वारा आवेदक के खाते में पुनःलौटाया जाएगा ।   

देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद ने बताया कि जहां एक तरफ़ सायबर फ्रॉड से बचने हेतु अनजान कॉलर को कोई भी निजी जानकारी शेयर ना करना और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करना ही सर्वोत्तम उपाय है, वहीं दूसरी तरफ़ सायबर फ्रॉड होने पर तत्काल सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या डायल 100 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराने की अपील भी देवास जिलेवासियों से की है ।

पुलिस कप्तान के अनुसार “ऑपरेशन साइबर” की ख़ास बात यह है कि अब साइबर फ्रॉड होने पर आवेदक को दर-दर भटकने के ज़रूरत नहीं रही । जैसे ही फ्रॉड होता है,आवेदक को मात्र डायल 100 या 1930 पर कॉल करना होता है । कॉल प्राप्त होते ही थानों पर पदस्थ साइबर मित्र और ज़िला साइबर सेल ऐक्टिव हो जा ते हैं और आवेदक से संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर एनसीआरपी पोर्टल पर अपलोड कर रहे हैं । इस प्रकार साइबर फ्रॉड पीड़ितों को घर बैठे एक कॉल पर देवास ज़िला पुलिस राहत प्रदान कर रही है जिसका बेहद सकारात्मक फीडबैक जनता से प्राप्त हो रहा है । ज़िले में सायबर फ्रॉड के प्रत्येक मामले पर विशेष ध्यान देकर तत्काल फ्रॉड गई राशि को ना सिर्फ़ फ्रीज़ करवाया जा रहा है बल्कि विस्तृत रिपोर्ट बनाकर माननीय न्यायालय में पेश करते हुवे फ्रॉड गई राशि को पुनःआवेदक के खाते में भी लौटाया जा रहा है । 

*उल्लेखनीय है कि जिलेवासियों को साइबर फ्रॉड से बचाने हेतु पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा जारी "ऑपरेशन साइबर" के तहत ज़िला पुलिस साइबर सेल ने 1 नवंबर 2024 से लेकर आज दिनांक तक कुल ₹ 17,60,313 रुपये की ठगी गई राशि वापस करवाई है एवं विभिन्न शिकायतों में ₹ 26,21,932/- रुपये की राशि को होल्ड भी कराया है जिसे अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर आवेदकों को लौटाया जाएगा* । 

*पुलिस कप्तान ने बताया कि 1 नवंबर 2024 से जारी “ऑपरेशन सायबर” के तहत अब तक कुल 706 सायबर फ्रॉड शिकायतें प्राप्त हुई हैं,जिनमे त्वरित कार्यवाही करते हुवे कुल 168 मामलो में पुलिस ने राशि होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की है । इस प्रकार साइबर फ्रॉड मामलो में रिकॉर्ड 24% सक्सेस-रेट प्राप्त करते हुवे देवास पुलिस लगातार पेशेवर रूप में आगे बढ़ रही है* ।

*विशेष भूमिका*:- 1.निरीक्षक शशिकांत चौरसिया 2.प्रआर सचिन चौहान 3.मप्रआर गीतिका कानुनगो 4.मआर आरती सिंह 5.निशा पाटोरिया 6.आर राहुल बड़ोले


दिनांक 11.02.2025*

*ऑपरेशन सायबर के अंतर्गत ज़िला पुलिस की प्रभावी कार्यवाही,जिले मे सायबर फ्रॉड में माननीय न्यायालय के आदेश से फ्रॉड गई राशि पीड़ित के खाते में पुनः लौटाई*

*फ्रॉड होने के 20 दिवस में फ्रॉड गई राशि ₹ 20,000/- रुपये लौटाई*

*एसपी देवास ने गठित किया ज़िला स्तरीय साइबर-तंत्र , प्रत्येक थाने पर मौजूद हुवे “साइबर-मित्र”*

*साइबर फ्रॉड की तत्काल सूचना देने हेतु “डायल-100” और “डायल-1930” के प्रयोग हेतु जनता को किया जा रहा “पुलिस चौपाल” के द्वारा जागरूक,फ्रॉड की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल एक्शन में आयेगा साइबर-तंत्र,फ्रॉड गई राशि को होल्ड करवाकर माननीय न्यायालय से राशि पुनः आवेदक के खाते में लौटाने तक पुलिस करेगी सतत मॉनिटरिंग*

देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद द्वारा 360-पुलिसिंग के अन्तर्गत ज़िलेवासियों को साइबर फ्रॉड से राहत प्रदान करने हेतु “ऑपरेशन साइबर” प्रारंभ किया है । इस अभियान के अंतर्गत सर्वप्रथम ज़िला स्तरीय साइबर सेल के माध्यम से प्रत्येक थाना पर पदस्थ दो-दो पुलिसकर्मियों को “साइबर-मित्र” के रूप में चिह्नित कर उन्हें साइबर फ्रॉड संबंधी मामलों में त्वरित कार्यवाही हेतु प्रशिक्षित किया गया है । प्रत्येक थाना स्तर पर प्रतिदिन “पुलिस चौपाल” आयोजित कर पुलिस गाँव-मोहल्ला-क़स्बा-वॉर्ड में जनता को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय और साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल 1930 या 100 नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कराने हेतु प्रेरित कर रही है ।

इसी अनुक्रम में 21 जनवरी 2025 को आवेदक राजकुमार प्रजापति निवासी सोनकच्छ देवास ने सायबर फ्रॉड के ज़रिए ₹ 20,000/- रुपये ठगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी । जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुवे थाना सोनकच्छ पर पदस्थ साइबर मित्र मआर 896 नेहा चौहान एवं मआर 928 मोना ठाकुर द्वारा आवेदक से चर्चा कर फ्रॉड संबंधित जानकारी निर्धारित फॉर्मेट में प्राप्त की एवं ज़िला साइबर सेल को प्रेषित की जहां से उक्त जानकारी एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज की गई और सतत मॉनिटरिंग की गई । 

सोनकच्छ साइबर मित्र और जिला स्तरीय साइबर सेल द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही द्वारा आवेदक की फ्रॉड गई ₹20,000/- की राशि को होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की गई और उक्त राशि को आवेदक के खाते में पुनः लौटाया गया ।

आवेदक राजकुमार प्रजापति निवासी सोनकच्छ ने ₹ 20,000/- की धनराशि पुनः लौटाने पर देवास पुलिस को धन्यवाद ज्ञापित किया ।  

देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद ने बताया कि जहां एक तरफ़ साइबर फ्रॉड से बचने हेतु अनजान कॉलर को कोई भी निजी जानकारी शेयर ना करना ही सर्वोत्तम उपाय है,वहीं दूसरी तरफ़ साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या डायल 100 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराने की अपील भी देवास जिलेवासियों से की है । 

*उल्लेखनीय है कि जिलेवासियों को साइबर फ्रॉड से बचाने हेतु पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा जारी "ऑपरेशन साइबर" के तहत ज़िला पुलिस साइबर सेल ने 1 नवंबर 2024 से लेकर आज दिनांक तक कुल ₹ 17,60,313 रुपये की ठगी गई राशि वापस करवाई है एवं विभिन्न शिकायतों में ₹ 26,01,932/- रुपये की राशि को होल्ड भी कराया है जिसे अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर आवेदकों को लौटाया जाएगा* । 

पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद के नेतृत्व में ज़िले में साइबर फ्रॉड के प्रत्येक मामले पर विशेष ध्यान देकर तत्काल फ्रॉड गई राशि को ना सिर्फ़ फ्रीज़ करवाया जा रहा है बल्कि विस्तृत रिपोर्ट बनाकर माननीय न्यायालय में पेश करते हुवे फ्रॉड गई राशि को पुनः आवेदक के खाते में भी लौटाया जा रहा है । 

*पुलिस कप्तान ने बताया कि 1 नवंबर 2024 से जारी “ऑपरेशन सायबर” के तहत अब तक कुल 724 सायबर फ्रॉड शिकायतें प्राप्त हुई हैं,जिनमे त्वरित कार्यवाही करते हुवे कुल 167 मामलो में पुलिस ने राशि होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की है । इस प्रकार साइबर फ्रॉड मामलो में रिकॉर्ड 24% सक्सेस-रेट प्राप्त करते हुवे देवास पुलिस लगातार पेशेवर रूप में आगे बढ़ रही है* ।

 


दिनांक 11.02.2025*

*अब लौट रही साइबर फ्रॉड में गई धनराशि,देवास पुलिस द्वारा संचालित “ऑपरेशन सायबर” के तहत एक और सफलता*

*फ्रॉड होने के 03 दिवस के भीतर संपूर्ण फ्रॉड राशि 12,000/- रुपये होल्ड करवाए गए*।

देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद द्वारा 360-पुलिसिंग के अन्तर्गत ज़िलेवासियों को सायबर फ्रॉड से राहत प्रदान करने हेतु “ऑपरेशन सायबर” प्रारंभ किया है । इस अभियान के अंतर्गत सर्वप्रथम ज़िला स्तरीय सायबर सेल के माध्यम से प्रत्येक थाना पर पदस्थ दो-दो पुलिसकर्मियों को “सायबर-मित्र” के रूप में चिह्नित कर उन्हें सायबर फ्रॉड संबंधी मामलों में त्वरित कार्यवाही हेतु प्रशिक्षित किया गया है एवं ज़िला स्तरीय साइबर तंत्र गठित किया गया है । प्रत्येक थाना स्तर पर प्रतिदिन “पुलिस चौपाल” आयोजित कर पुलिस गाँव-मोहल्ला-क़स्बा-वॉर्ड में जनता को सायबर फ्रॉड से बचने के उपाय और सायबर फ्रॉड होने पर तत्काल 1930 या 100 नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कराने हेतु प्रेरित कर रही है ।

             इसी अनुक्रम में  07 फरवरी 2025 को आवेदक धर्मेन्द्र पटेल निवासी बरोठा ने सायबर फ्रॉड के ज़रिए 12,000/- रुपये ठगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी । जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुवे थाना बरोठा पर पदस्थ साइबर मित्र प्रआर 792 सचिन एवं प्रआर 262 बिजेन्द्र सिसोदिया द्वारा आवेदक से चर्चा कर फ्रॉड संबंधित जानकारी निर्धारित फॉर्मेट में प्राप्त की एवं ज़िला सायबर सेल को प्रेषित की जहां से उक्त जानकारी एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज की गई और सतत मॉनिटरिंग की गई*।

बरोठा थाना सायबर मित्र और ज़िला स्तरीय सायबर सेल द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही के चलते आवेदक की फ्रॉड गई संपूर्ण राशि 12,000/- रुपये को होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की गई जिसे अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालयीन आदेश के द्वारा आवेदक के खाते में पुनःलौटाया जाएगा ।  

देवास पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद ने बताया कि जहां एक तरफ़ सायबर फ्रॉड से बचने हेतु अनजान कॉलर को कोई भी निजी जानकारी शेयर ना करना और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करना ही सर्वोत्तम उपाय है, वहीं दूसरी तरफ़ सायबर फ्रॉड होने पर तत्काल सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या डायल 100 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराने की अपील भी देवास जिलेवासियों से की है ।

पुलिस कप्तान के अनुसार “ऑपरेशन साइबर” की ख़ास बात यह है कि अब साइबर फ्रॉड होने पर आवेदक को दर-दर भटकने के ज़रूरत नहीं रही । जैसे ही फ्रॉड होता है,आवेदक को मात्र डायल 100 या 1930 पर कॉल करना होता है । कॉल प्राप्त होते ही थानों पर पदस्थ साइबर मित्र और ज़िला साइबर सेल ऐक्टिव हो जा ते हैं और आवेदक से संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर एनसीआरपी पोर्टल पर अपलोड कर रहे हैं । इस प्रकार साइबर फ्रॉड पीड़ितों को घर बैठे एक कॉल पर देवास ज़िला पुलिस राहत प्रदान कर रही है जिसका बेहद सकारात्मक फीडबैक जनता से प्राप्त हो रहा है । ज़िले में सायबर फ्रॉड के प्रत्येक मामले पर विशेष ध्यान देकर तत्काल फ्रॉड गई राशि को ना सिर्फ़ फ्रीज़ करवाया जा रहा है बल्कि विस्तृत रिपोर्ट बनाकर माननीय न्यायालय में पेश करते हुवे फ्रॉड गई राशि को पुनःआवेदक के खाते में भी लौटाया जा रहा है । 

*उल्लेखनीय है कि जिलेवासियों को साइबर फ्रॉड से बचाने हेतु पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा जारी "ऑपरेशन साइबर" के तहत ज़िला पुलिस साइबर सेल ने 1 नवंबर 2024 से लेकर आज दिनांक तक कुल ₹ 17,60,313 रुपये की ठगी गई राशि वापस करवाई है एवं विभिन्न शिकायतों में ₹ 26,33,932/- रुपये की राशि को होल्ड भी कराया है जिसे अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर आवेदकों को लौटाया जाएगा* । 

*पुलिस कप्तान ने बताया कि 1 नवंबर 2024 से जारी “ऑपरेशन सायबर” के तहत अब तक कुल 706 सायबर फ्रॉड शिकायतें प्राप्त हुई हैं,जिनमे त्वरित कार्यवाही करते हुवे कुल 169 मामलो में पुलिस ने राशि होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की है । इस प्रकार साइबर फ्रॉड मामलो में रिकॉर्ड 24% सक्सेस-रेट प्राप्त करते हुवे देवास पुलिस लगातार पेशेवर रूप में आगे बढ़ रही है* ।

*विशेष भूमिका*:- 1.निरीक्षक प्रदीप राय 2.प्रआर सचिन चौहान 3.मप्रआर गीतिका कानुनगो 4.मआर आरती सिंह 5.निशा पाटोरिया 6.आर राहुल बड़ोले

                                                

दिनांक: 11.02.2025*

*डायल 100 पुलिस टीम की तत्परता से बची युवक की जान*

*संक्षिप्त विवरणः*- दिनांक 10 फरवरी 2025 को थाना औद्योगिक क्षेत्र देवास की डायल 100 पुलिस टीम ने त्वरित कार्यवाही कर एक युवक की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । जिला पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गहलोद द्वारा जिले के सभी थाना प्रभारियों और पुलिसकर्मियों को प्रत्येक घटना पर गंभीरता और संवेदनशीलता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं । इसी क्रम में थाना औद्योगिक क्षेत्र का डायल 100 को एक इवेंट प्राप्त हुआ जिसमें कॉलर आरती ने सूचना दी कि उसके पति सोहन ने जहरीला पदार्थ सेवन कर लिया है । सूचना मिलते ही डायल 100 में तैनात सउनि सुनील इक्का एवं पायलट ने तत्परता दिखाते हुए जय अंबेडकर नगर देवास पहुंचकर सोहन को तत्काल एमजीएच अस्पताल देवास में भर्ती कराया जहां युवक को समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बचाई जा सकी ।

*सराहनीय कार्यः*- उक्त सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र श्री शशिकांत चौरसिया,सउनि सुनील इक्का एवं पायलट की सराहनीय भूमिका रही ।


 दिनांक: 11.02.2025

“पुलिस चौपाल”के माध्‍यम से देवास पुलिस द्वारा प्रतिदिन जनता के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान एवं अपराधों से बचाव हेतु की जा रही जागरूकता

            आज दिनांक 11.02.2025 को जिले के विभिन्‍न थाना क्षेत्रों में कुल 15 “पुलिस चौपाल” आयोजित कर 1130 लोगों से प्रभावी जनसंवाद स्थापित किया गया।

              पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद द्वारा समस्‍त थानों को निर्देशित किया गया है कि वे प्रतिदिन क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में जाकर जनता से प्रभावी संवाद स्‍थापित करें, उनकी समस्‍याओं को जानें,और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, साइबर अपराध और महिला संबंधी अपराध जैसे गुड टच और बैड टच के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से प्रत्येक थाना क्षेत्र में प्रतिदिन “पुलिस चौपाल” आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। 

           इसी क्रम में आज दिनांक 11.02.2025 को 15 थानों द्वारा गांवों में “पुलिस चौपाल” का आयोजन किया गया जिसमें कुल 1130 लोगों ने उपस्थिति दर्ज करायी। “पुलिस चौपाल” के दौरान जनता ने अपनी स्थानीय समस्याओं के बारे में पुलिस को जानकारी दी। साथ ही,जनता ने पुलिस से अपनी अपेक्षाओं पर चर्चा की और पुलिस अधिकारियों ने अपराधों से स्‍वंय की सुरक्षा के संबंध में लोगों को जागरूक किया।

              पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद ने बताया कि जिलेवासियों द्वारा “पुलिस चौपाल” पहल को अत्यंत सकारात्मक दृष्टिकोण से देखा जा रहा है। गली-मोहल्लों और गांवों में पुलिस टीम की उपस्थिति से जनता प्रसन्न है। जनसमस्याओं का त्वरित समाधान हो रहा है,और पुलिसिंग कार्य प्रणाली भी दिन-प्रतिदिन बेहतर हो रही है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि आगामी दिनों में पुलिस और जनता के बीच समन्‍वय एवं सहभागिता को सुदृढ़ करने हेतु “पुलिस चौपाल” का आयोजन निरंतर जारी रहेगा।

           *उल्लेखनीय है कि 1 नवम्बर 2024 से आरंभ इस “पुलिस चौपाल” कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 11.02.2025 तक कुल 1044 “पुलिस चौपाल”आयोजित कर 31,922 जिलेवासियों के साथ संवाद स्थापित किया गया है*।

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