पंडित रघुनंदन समाधिया: प्रधान संपादक : मां भगवती टाइम्स
देवास। शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मुझे मीडिया पत्रकार साथियों एवं सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि पहचान नशा मुक्ति केंद्र के संचालक बिरपित मुखर्जी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संगठन और पदाधिकारी पर झूठे आरोप लगाए वहीं ब्लैकमेलिंग की बात कही है। श्री वर्मा ने कहा कि पहचान नशा मुक्ति केंद्र द्वारा जो जनता के साथ फर्जीवाड़ा किया जा रहा था इसकी शिकायत कलेक्टर महोदय से की गई थी शिकायत में कलेक्टर ऋषभ गुप्ता जी द्वारा प्रथम जांच तहसीलदार के द्वारा करवाई गई कमी पाए जाने के बाद, जिले के वरिष्ठ अधिकारियों का दल दूसरी बार बनया जिसमें अपर कलेक्टर एवं जांच दल से जांच कराई थी जांच में केंद्र पर कहीं लापरवाहियां जांच के दौरान प्राप्त हुई थी,अपर कलेक्टर ने ही दिनांक 18/ 4/2024 को तीन दिवस में नशा मुक्ति केंद्र बंद करने के निर्देश जारी किए थे। इसकी कार्रवाई प्रतिलिपि अध्यक्ष सचिव मानसी शिक्षा समिति ग्राम और पोस्ट पचोर तहसील सारंगपुर जिला राजगढ़ की ओर सूचना अर्थ एवं पहचान नशा मुक्ति केंद्र बंद कर सूचित करें ऐसा पत्र भी जारी किया था,नशा मुक्ति केंद्र बंद होने से संचालक बुरी तरह से बौखला गया है।
फर्जीवाडा उजागर हो जाने के कारण केंद्र के संचालक ने शिकायतकर्ता सुनील वर्मा, रोहित शर्मा, और श्रवण सिंह बैस पर ब्लैकमेलिंग के झूठ आरोप लगाये है। मप्र युवा शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष अनुराग सोनार ने कहा कि शिवसेना भी हाई कोर्ट एडवोकेट के माध्यम से मध्यप्रदेश शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित शर्मा देवास शिवसेना जिला अध्यक्ष सुनील वर्मा व शहर अध्यक्ष श्रावण सिंह बेस व शिवसेना संगठन की छवि को खराब किए जाने का नशा मुक्ति केंद्र के संचालक के खिलाफ मानहानि का दवा लगाया जाएगा। वह यह सब दस्तावेज शिवसेना जिला अध्यक्ष सुनील वर्मा को आरटीआर के तहत सामाजिक न्याय विभाग की लोक सूचना अधिकारी संगीता यादव के द्वारा प्रदान किए गए उसके बाद ही सब चीजों का खुलासा हुआ है।
संचालक के खिलाफ शिवसेना की ओर से भी बीएनपी थाना प्रभारी को एक आवेदन दिया गया था। जिसकी प्रतिलिपि संलग्न। साथ में संलग्न अपर कलेक्टर की आदेश प्रतिलिपि व जांच प्रतिवेदन व कलेक्टर द्वारा प्रथम जांच दल की आदेश, आरटीआई आवेदन पत्र जानकारी।
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