गिरफ्तार किए गए संविदा कर्मियों की रिहाई को लेकर मोन धारण कर व काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन रिहाई नही होने पर प्रदेशभर के संविदा कर्मचारी करेंगे जेल भरो आंदोलन

पंडित रघुनंदन समाधिया प्रधान संपादक मां भगवती टाइम्स



देवास। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश में कार्यरत 32000 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों अपनी न्यायोचित दो प्रमुख मांगो को लेकर 07 दिसम्बर से चरणबद्ध आंदोलन कर रहे थे। जिसकी सूचना शासन प्रशासन को पूर्व में ही दी जा चुकी थी। जानकारी में स्पष्ट उल्लेख था कि 14 दिसम्बर तक मांगो का संज्ञान नहीं लिया जाता है तो उस स्थिति में 15 दिसम्बर से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन पर चले जायेगे। जिलाध्यक्ष राजेश गुर्जर ने बताया कि आन्दोलन के दौरान 10वें दिन 24 दिसम्बर को भोपाल में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी जेपी अस्पताल में शांतिपूर्ण एवं गांधीवादी तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। उसी समय स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल में निरीक्षण करने पहुचे। विभाग के मुखिया होने के नाते संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर उन्हे अवगत कराया और पुष्पमाला से स्वागत किया। स्वास्थ्य मंत्री के जाने के उपरांत पुलिस प्रशासन ने 10 संविदा कर्मियों को अन्याय पूर्ण एवं दमनकारी साजिश के तहत उन्हे रस्सी में बांधकर आदतन अपराधियों की तरह सड़क रास्ते से जेल ले जाया गया। जिससे प्रदेशभर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में आक्रोश है। जिसके विरोध में रविवार को काले दिवस के रूप में मौन रहकर धरना प्रदर्शन किया गया। साथ ही काली पट्टी बांधना शासन की दमनकारी नीति का विरोध किया। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने निवेदन किया है कि हमारे  संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को सह सम्मान रिहा किया जाये। तत्काल रिहा नही किया जाता है तो 27 दिसम्बर को 32000 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी जेल भरो आंदोलन करेंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

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