पंडित रघुनंदन समाधियां प्रधान संपादक मां भगवती टाइम्स
देवास/ कांग्रेस द्वारा जीएन डेयरी एवं जी एन गोल्ड के द्वारा देवास शहर सहित जिले के हजारों निवेश कर्ताओं के करोड़ों रुपए निवेश के नाम पर इकट्ठा करने एवं अवधि पूर्ण होने के कुछ माह बाद ही कंपनी के एजेंट भूमिगत हो गए एवं कंपनी के डायरेक्टर ने अपने ऑफिस बंद कर दिए और करोड़ों रुपए लोगों के लेकर भाग गए ।
इस संदर्भ में कलेक्टर रहे आशुतोष अवस्थी के द्वारा जी एन डेयरी एवं जीएन गोल्ड के मालिकों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया उनकी गिरफ्तारी की गई उनकी संपत्ति कुर्क की गई जिसके समाचार समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए । वही निवेश कर्ताओं से कहा गया कि वह अपनी जमा पूंजी की रसीद एवं अन्य संबंधित पत्र सहित कलेक्टर कार्यालय देवास में जमा करें हम उनकी जमा पूंजी दिलवाएंगे निवेश कर्ताओं ने संपूर्ण दस्तावेज सहित रसीद जमा की लेकिन आशुतोष अवस्थी जी का स्थानांतर हो जाने के बाद सारी प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई।
पश्चात चंद्र मोली शुक्ला कलेक्टर बनकर देवास आए उनके कार्यकाल में एक बार फिर कांग्रेस सहित निवेश कर्ताओं ने उनसे अनुरोध किया कि जीएन डेयरी एवं जीएन गोल्ड के निवेशकों की जमा पूंजी दिलाई जाए इस पर उन्होंने फिर से एक बार सभी निवेश कर्ताओं से आवेदन मांगे सबने अपने आवेदन जमा भी किया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला न ही निवेश कर्ताओं के रुपए वापस किए गए ।
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि इसको लेकर हमने कलेक्टर रहे ऋषभ शुक्ला को ज्ञापन दिया और उनसे भी अनुरोध किया कि आप निवेश कर्ताओं के रुपए दिलाये लेकिन बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई ।
कांग्रेस ने वर्तमान कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह से मांग की है कि वह इस संदर्भ में कार्रवाई करते हुए जी एन डेयरी एवं जी एन गोल्ड के निवेश कर्ताओं की जमा पूंजी दिलवाएं। कांग्रेस का कहना है कि जब जिला प्रशासन के द्वारा कंपनी के डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा एवं देवेश कुमार बजाज के खिलाफ धोखा घड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया उन्हें गिरफ्तार किया गया उनकी संपत्ति कुर्क की गई इन सब का परिणाम क्या हुआ । अब वह कंपनी के डायरेक्टर कहां है और जो सम्पत्ति जप्त की गई वह संपत्ति कहां है इसका कोई खुलासा आज तक जिला प्रशासन के द्वारा नहीं किया गया
कांग्रेस ने मांग की है कि जब जिला प्रशासन ने करोड़ों रुपए की संपत्ति राज सात की है तो फिर निवेशकों का रुपए लौटाने में किस बात की देर की जा रही है। कलेक्टर श्री ऋतुराज सिंह इस संदर्भ में निर्णय लेते हुए शीघ्र ही निवेश कर्ताओं की जमा राशि दिलवाएं ।
निवेश कर्ताओं ने 2 करोड़ 9 लाख 60 हजार 847 रुपए जमा कराए थे । यह राशि कंपनी द्वारा 500 रुपए एवं 1000 रुपए प्रति माह की योजना के तहत जमा किए गए थे ।
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