पंडित रघुनंदन समाधियां प्रधान संपादक मां भगवती टाइम्स
देवास। सिन्दूर शौर्य मंच देवास द्वारा मातृशक्तियों हेतु "राष्ट्र की बाह्य एवं आंतरिक सुरक्षा में मातृशक्ति की अहम भूमिका" विषय पर परिचर्चा का आयोजन सोमवार को स्थानीय मल्हार स्मृति मंदिर में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश की सुरक्षा में महिलाओं के योगदान को रेखांकित करना और समाज में उनकी सशक्त भूमिका को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम में मुख्यवक्ता विद्या भारती मालवा प्रांत उपाध्यक्ष डॉ हिना नीमा रही, मुख्य अतिथि देवास महापौर श्रीमती गीता जी अग्रवाल व अध्यक्षता महिला समन्वयक विभाग संयोजिका श्रीमती इंदिरा शर्मा ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्पांजलि अर्पित कर हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ हिना नीमा ने अपने विचार साझा किए। मातृशक्तियों को सम्बोधित करते हुए डॉ नीमा ने कहा कि महिलाएं राष्ट्र की रीढ़ हैं; उनकी साहस और समर्पण की कहानियां हमें प्रेरित करती हैं। मातृशक्ति न केवल परिवार और समाज की नींव है,बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में भी उनकी भूमिका अपरिहार्य है। सीमा पर तैनात महिला सैनिकों से लेकर आंतरिक सुरक्षा में पुलिस,खुफिया एजेंसियों और सामाजिक जागरूकता में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। मातृशक्तियों की राष्ट्रीय चरित्र वाली भावी पीढ़ी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इस अवसर पर डॉ नीमा ने विभिन्न प्रकार के जिहाद के बारे में भी बताया,आपने लव जिहाद,आर्थिक जिहाद,लैंड जिहाद,जनसंख्या जिहाद जैसे राष्ट्रविरोधी षड्यंत्रों से परिवार, समाज एवं राष्ट्र की रक्षा करने का भी आव्हान किया।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा सैनिकों की माताओं का सम्मान भी किया गया, इन माताओं ने अपने सपूतों को राष्ट्र रक्षा के लिए अर्पित कर कर राष्ट्र धर्म का पालन किया। परिचर्चा में बड़ी संख्या में देवास की महिला सामाजिक कार्यकर्ता ने सहभागिता की।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती प्रमिला शर्मा ने किया,मंचासीन अतिथियों का परिचय कुमारी श्रेया चौबे एवं स्वागत श्रीमती मनोरमा सोलंकी,श्रीमती अरुणा सोनी और श्रीमती दुर्गा पोरवाल ने किया। अमृत वचन श्रीमती ज्योति चौरे व व्यक्तिगत गीत की प्रस्तुति श्रीमती आशा पटवर्धन ने की। आभार प्रदर्शन श्रीमती वृशाली आपटे ने माना। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ ।
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